Assalamualaikum Ya Ali Madad
अराफी जाविद | अरफी जावेद को सलाह के एक शब्द | अरफी जावेद की नासमझी | Piagham e Nijat |
पर्दा स्त्री के लिए वरदान है
अरफी जावेद ने बदतमीजी की सारी हदें पार कर दी हैं
फैशन तो वैसे भी घिनौना काम है, सब फैशन के नाम पर औरत की देह, मर्यादा, अपमान और उसके भाई के पिता और पति की इज़्ज़त चली जाती है।
सोशल मीडिया पर अपने बदन को गंदा करने वाले और मर्दों की शान को चुनौती देने वाले अरफी जावेद मेरी आलोचना करने के बजाय चाहे मैं कोई भी कपड़ा पहन लूं, अपने घर की औरतों, मां, बहन और बेटी का पर्दा ही रखना।
मेरे पास अरफी जावेद के लिए एक सवाल है।
अरफी जावेद ने बड़ी सहजता से कह दिया कि तुम अपनी माँ "बहन" और बेटी का पर्दा ओढ़ो.कोई मर्द की इज़्ज़त नहीं?
अरे अरफी जावेद जरा सोचो
केवल अरफी जावेद ही नहीं बल्कि वे सभी महिलाएं जो अरफी जावेद की तरह फैशन की अज्ञानता में फंसी हुई हैं, जरा सोचिए कि अल्लाह सर्वशक्तिमान, जिसने मुझे यह सुंदरता और यौवन दिया है, एक दिन नष्ट हो जाएगा और आपकी सुंदरता नहीं होगी। न टिकेगा, न तेरा यौवन, मिटेगा एक दिन
ज़रा सोचिये कब आपका यह सुन्दर शरीर जहन्नम की आग से जलेगा और कब उस पर साँप बिच्छू की पूजा होगी अगर ये लोग आपके लिए काम नहीं करेंगे तो आप साँप और बिच्छू के बीच अकेले और अकेले होंगे
अरे अरफी जावेद!
तौबा करने का अभी भी वक्त है। अल्लाह बड़ा मेहरबान और माफ करने वाला है। जो कोई उसके दरवाजे पर आकर तौबा कर ले तो अल्लाह उसके सारे गुनाह माफ कर देता है। बेशक अल्लाह बहुत मेहरबान, मेहरबान है।
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